Thursday, June 30, 2022

मैं पलभर दुखी नहीं होता !!

आज मम्मी का जन्मदिन है! हालांकि वो हमारे साथ नहीं हैं और 03-07-2016 को वो यह नश्वर शरीर छोड़कर परमधाम को चली गईं थीं पर मैं दुखी नहीं हूँ बल्कि खुश हूँ क्योंकि वो हमेशा मुझे खुश देखना चाहती थीं। आज उनके जन्मदिन के दिन मैं यह कविता उन्हें समर्पित करता हूँ !!

जन्मदिन मुबारक हो मम्मी !!

मैं पल भर दुखी नहीं होता!!
क्यों रोकर तुमको याद करूँ, तुमने तो सदा हँसाया था,
जीवन जीने का सही तौर, तुमने ही तो सिखलाया था।
कैसी भी विपदा आन पड़े, तुम सदा दिलासा देती थीं,
खुशियाँ हम सबके हिस्से में, दुख सारे खुद रख लेती थीं।
जब जीते जी मुझको रोता तुम देख नहीं सकती थीं माँ,
ईश्वर के घर से फिर मुझको कैसे देखोगी तुम रोता!!
मैं पलभर दुखी नहीं होता !!

तुम पास नहीं हो मेरे यह पलभर मुझको एहसास नहीं,
तुम तो मेरी जीवन शैली, तुम बिन मेरी एक श्वास नहीं।
मैं कैसे याद करूं तुमको जब, एक पल भूल नहीं पाता,
मेरी वाणी, मेरी स्मृति, मेरा लेखन तुमसे आता।
वो मुस्काता चेहरा हरदम मेरी आँखों में रहता है,
बस इसीलिए इन आँखों को, आँसू से कभी नहीं धोता!
मैं पलभर दुखी नहीं होता !!
::
अम्बेश तिवारी 
30-06-2022


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